बजरंग बाण एक अत्यंत प्रभावशाली और लोकप्रिय हनुमान स्तुति है, जिसे संकटों और बाधाओं से मुक्ति पाने के लिए विशेष रूप से पढ़ा जाता है। हनुमान जी को वीरता, शक्ति, और भक्ति के प्रतीक के रूप में पूजा जाता है, और यह स्तुति उनकी अद्भुत शक्तियों का वर्णन करती है। इस स्तोत्र को पढ़ने से मनुष्य को न केवल मानसिक और शारीरिक बल मिलता है, बल्कि उसके सभी कार्य भी सिद्ध होते हैं।
यह माना जाता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से हनुमान जी का स्मरण करके इस स्तुति का पाठ करता है, उसके जीवन के सभी कष्टों का नाश होता है और उसे जीवन में सुख और शांति की प्राप्ति होती है। बजरंग बाण का हर शब्द भक्तों को यह विश्वास दिलाता है कि हनुमान जी उनके संकटों का निवारण करेंगे और जीवन के सभी क्षेत्रों में विजय दिलाएंगे।
हनुमान जी के प्रति प्रेम, भक्ति और श्रद्धा रखने वाले भक्त इस स्तुति का पाठ कर उनकी कृपा प्राप्त कर सकते हैं, जिससे उनके जीवन में सुख, समृद्धि और सफलता का मार्ग प्रशस्त होता है।
बजरंग बाण (Bajrang Baan Lyrics)
बजरंग बाण एक प्रसिद्ध हनुमान स्तुति है जिसे विशेष रूप से संकटों से मुक्ति पाने और साहस प्राप्त करने के लिए पढ़ा जाता है। आइए इसे हिंदी में पढ़ते हैं और उसका अर्थ समझते हैं:
बजरंग बाण:
॥ दोहा ॥
निश्चय प्रेम प्रतीति ते, विनय करैं सनमान।
तेहि के कारज सकल शुभ, सिद्ध करैं हनुमान॥
अर्थ: जो भी हनुमान जी का सच्चे प्रेम और श्रद्धा से विनय और सम्मानपूर्वक स्मरण करता है, उनके सभी कार्य हनुमान जी पूरे करते हैं।
चौपाई:
जय हनुमान, वीर बलवंता। संकट मोचन नाम तिहारा॥
बिगन हरो, हनुमान महाबल। जो सुख लवै, नाम तुहारा॥
अर्थ: हनुमान जी, आप वीर, बलवान और संकटमोचक हैं। आप हर कष्ट को हरने वाले हैं। जो भी आपका नाम लेता है, वह सुख प्राप्त करता है।
सब पर राम तपस्वी राजा। तिन के काज सकल तुम साजा॥
अर्थ: भगवान राम जो तपस्वी राजा हैं, उनके सभी कार्य आपने पूरे किए हैं।
और मनोरथ जो कोई लावे। सोई अमित जीवन फल पावे॥
अर्थ: जो भी कोई व्यक्ति अपनी मनोकामना लेकर आपके पास आता है, उसे अनंत जीवन फल की प्राप्ति होती है।
चारों जुग परताप तुम्हारा। है परसिद्ध जगत उजियारा॥
अर्थ: चारों युगों में आपका प्रताप फैला हुआ है। आप जगत के प्रसिद्ध और प्रकाश स्वरूप हैं।
साधु संत के तुम रखवारे। असुर निकंदन राम दुलारे॥
अर्थ: आप साधु-संतों के रक्षक और असुरों का विनाश करने वाले हैं। आप भगवान राम के प्रिय हैं।
अष्ट सिद्धि नव निधि के दाता। अस बर दीन जानकी माता॥
अर्थ: आप आठ सिद्धियों और नौ निधियों के दाता हैं। माता जानकी ने आपको ऐसा वरदान दिया है।
राम रसायन तुम्हरे पासा। सदा रहो रघुपति के दासा॥
अर्थ: आपके पास राम नाम का रसायन (राम का आशीर्वाद) है, और आप हमेशा भगवान राम के दास बने रहते हैं।
तुम्हरे भुज में तुम ही बल हो। तुम्हारे सहाय सदा पवनसुत॥
अर्थ: आपके बल में स्वयं आपकी शक्ति है। पवनसुत हनुमान जी, आप हमेशा सहाय बने रहते हैं।
अर्थ का सार:
बजरंग बाण हनुमान जी की शक्ति, वीरता, और कृपा का गान है। इसे संकटों के समय में पढ़ने से साहस और बल प्राप्त होता है। इस स्तुति के माध्यम से भक्त अपनी कठिनाइयों से मुक्ति और जीवन में सफलता प्राप्त कर सकता है।
बजरंग बाण से जुड़ी अन्य महत्वपूर्ण जानकारी
बजरंग बाण का महत्व
बजरंग बाण एक अत्यंत प्रभावशाली हनुमान स्तुति मानी जाती है। इसे पढ़ने से भक्त को साहस, आत्मविश्वास और शक्ति प्राप्त होती है। इसके पाठ से जीवन में आने वाले कष्टों का निवारण होता है। भक्त इसे खासकर तब पढ़ते हैं जब वे किसी संकट में होते हैं और त्वरित सहायता चाहते हैं।
बजरंग बाण का पाठ कब और कैसे करें?
सही समय
- बजरंग बाण का पाठ करने के लिए मंगलवार और शनिवार का दिन सबसे उत्तम माना जाता है।
- इस पाठ को सूर्योदय के समय या संध्या के समय करना अत्यधिक शुभ होता है।
सही तरीका
- बजरंग बाण का पाठ शांत मन से बैठकर करें।
- हनुमान जी के सामने दीपक जलाकर और लाल वस्त्र धारण करके इस पाठ को पढ़ने से विशेष फल मिलता है।
- पाठ करते समय हनुमान जी का ध्यान करें और पूर्ण श्रद्धा से उनका आह्वान करें।
बजरंग बाण से मिलने वाले लाभ
मानसिक शांति
इस पाठ से मानसिक शांति प्राप्त होती है और मन से भय दूर होता है। यदि व्यक्ति किसी मानसिक तनाव या चिंता से गुजर रहा हो, तो बजरंग बाण का पाठ उसे मानसिक संतुलन प्रदान करता है।
शत्रुओं से सुरक्षा
बजरंग बाण के नियमित पाठ से शत्रुओं और बाधाओं से सुरक्षा प्राप्त होती है। हनुमान जी अपने भक्तों की रक्षा करते हैं और उन्हें विपत्तियों से बचाते हैं।
साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि
जो व्यक्ति बजरंग बाण का पाठ करता है, उसके भीतर साहस और आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। यह स्तुति व्यक्ति के मनोबल को बढ़ाती है और उसे जीवन के हर संकट का सामना करने की शक्ति देती है।
बजरंग बाण का पाठ क्यों करें?
- संकटों का नाश: यदि जीवन में कोई भी संकट हो, चाहे वह शारीरिक हो, मानसिक हो या आर्थिक, बजरंग बाण का पाठ उन सभी संकटों का नाश करने में मदद करता है।
- आध्यात्मिक उन्नति: यह पाठ व्यक्ति को आध्यात्मिक उन्नति की ओर प्रेरित करता है और उसे भगवान के प्रति निष्ठावान बनाता है।
- हनुमान जी की कृपा: नियमित बजरंग बाण के पाठ से हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है। उनका आशीर्वाद जीवन में हर कठिनाई से लड़ने की शक्ति देता है।
बजरंग बाण पाठ के दौरान ध्यान रखने योग्य बातें
- पाठ करते समय मन को पूर्णत: एकाग्र रखें और श्रद्धा से हनुमान जी का स्मरण करें।
- सात्विक भोजन करें और शुद्ध मन से इस पाठ को पढ़ें।
- पाठ समाप्त करने के बाद हनुमान जी को लाल फूल या लाल चंदन अर्पित करें।
बजरंग बाण का नियमित पाठ भक्त को जीवन में सफलता, समृद्धि, और शांति प्रदान करता है।